रिपोर्ट — अजेन्द्र चौहान
आगरा! थाना इरादत नगर के हज्जूपुरा में किराना व्यापारी गब्बर सिंह का नौ साल का बेटा कुलदीप कक्षा एक में पढ़ता था। वह 23 जनवरी को घर के बाहर बच्चों के साथ खेल रहा था। दोपहर में वह ट्यूशन पढ़ने जाता था, परिजनों को कुलदीप दिलखाई नहीं दिया तो उसकी तलाश की लेकिन कुलदीप का कोई पता नहीं चला। कुलदीप के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराने के बाद परिजनों के साथ् ही पुलिस भी तलाश में जुटी हुई थी लेकिन कुलदीप का कोई पता नहीं चला।कुलदीप का कोई पता नहीं चला। 23 जनवरी से कुलदीप के गायब होने के बाद परिजनों ने कई तरह से पुलिस और जनप्रतिनिधियों पर दबाव बनाया कि उनके बेटे की तलाश की जाए। मतदान करने से भी इनकार कर दिया लेकिन जनप्रतिनिधियों ने समझा बुझाकर शांत करा दिया। तीन दिन पहले कुलदीप के परिजनों पर 35 लाख की फिरौती देने के लिए फोन आया, इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई, पुलिस ने छानबीन शुरू की, परिजनों ने भी सुराग दिए। शक के आधार पर गांव के ही दो युवकों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की।
मासूम की हत्या कर दफनाया था शव
पुलिस ने दोनों युवकों से पूछताछ की तो मामला खुल गया। युवकों ने पुलिस को बताया कि 23 जनवरी को कुलदीप की हत्या करने के बाद गांव से एक किलोमीटर दूर जंगल में ले जाकर हत्या कर दी थी और शव को दफना दिया था। कुलदीप के अपहरण का मामला ठंडा पड़ने पर फिरौती मांगने की प्लानिंग की थी, पुलिस ने दोनों युवकों को साथ ले जाकर शव बरामद कर लिया है। वही दोनों आरोपियों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है !