मोर्निंग सिटी संवाददाता
अछनेरा/ आगरा ! अक्टूबर में हुई बेमौसम वारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है, अभी तक किसानों के खेत जोत नहीं आ पा रहे है तब तक सिंचाई विभाग और सफाई ठेकेदारों की मिलीभगत से नहरों की सफाई में बड़ा खेल हो गया जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है दो दिन पहले किरावली तहसील के सकतपुर मेनर के टूटने से किसानों के खेत पानी से भर गए तो गोपऊ रजवाह उफान पर है आज मैसेल्या मेनर के उफान से आधा दर्जन किसानों की हाल ही में बोई गयी आलू और गेंहू की फसल डूब गयी सूचना मिलने पर किसान खाप पंचायत के संयोजक मुकेश डागुर मैसेल्या में नहर के पानी से जलमग्न खेतोँ पर पहुंचे और वहां खेत और नहर की दुर्दशा को देखा वहां मौजूद पीड़ित किसानों को सांत्वना देते हुए उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग की लापरवाही से किसान बर्बाद हो गए है यह सब सिंचाई विभाग के भ्रष्टाचार के कारण हो रहा है हर साल सिंचाई विभाग नहरों की सफाई का ठेका देता है जिसमें मोटा कमीशन लिया जाता है जिससे ठेकेदार नहरो की सफाई ठीक से नहीं करते और इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है नहरो की पटरियां टूटी पड़ी है जिन्हे ठीक नहीं किया जा रहा है जिससे नहरें उफान ले रही है और किसानों का नुकसान हो रहा है मुकेश डागुर ने मौके पर सिंचाई विभाग के एसडीओ नाहर सिंह से फ़ोन पर बात करते हुए पूछा कि इन किसानों की फसल के बर्बाद होने के पीछे कौन जिम्मेदार है और इन किसानों के नुकसान की भरपाई कौन करेगा अगर किसानों को बर्बाद फसल का मुआवजा नहीं मिला तो वो किसानों को साथ लेकर संघर्ष करेंगे इस दौरान- चन्दन सिंह चाहर, सुरेंद्र सिंह चाहर, सतेंद्र चाहर, राजकुमार चाहर, सुखवीर सिंह प्रमुख, छोटू पहलवान,योगेश चाहर, रविंद्र सिंह, सोबरन सिंह, जयशिव चाहर और अन्य किसान मौजूद रहे