मैनपुरी। देश के भविष्य कहे जाने वाले बच्चो की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। अगर आप के बच्चे स्कूली बस से स्कूल जा रहे हैं तो सावधान हो जाइए। उनकी जान खतरे में है। क्योंकि स्कूल की बसों की फिटनेस संचालक नहीं करा रहे हैं। अनफिट बसें बच्चों को ले जा रही हैं। 50 से अधिक ऐसी बसें हैं जिनकी फिटनेस खत्म हो चुकी है। सरकार ने बसों के अंदर मेडिकल के फायर यंत्र के मानक भी तय किए थे लेकिन स्कूली बसों में इनका पालन भी नहीं हो रहा है। 28 अप्रैल को अनफिट बसों का ब्यौरा भेजने के निर्देश शासन द्वारा दिए गए हैं।
ज्ञात हो कि जनपद में लगभग 800 बसें तथा अन्य वाहन स्कूली बच्चों को लाने और ले जाने के काम में लगे हुए हैं। इनमें से लगभग 500 बसों के पंजीकरण हैं। कुछ स्कूल तो ऐसे हैं जिनकी बसें बेहद खस्ताहाल हैं। मारुति वैन के जरिए भी बच्चों को ढोया जाता है। इन वैनों में सुरक्षा के मानकों का पालन नहीं होता। गैस सिलेंडर लगाकर बच्चों की जान से खिलवाड़ हो रहा है। फिटनेस के निर्देश भी हैं लेकिन संचालकों की ओर से बसों का फिटनेस नहीं कराया गया है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में स्थिति अधिक खराब है।
एआरटीओ भी नहीं आते ऑफिस
एआरटीओ लक्ष्मण कुमार की मैनपुरी में तैनाती है लेकिन एआरटीओ मैनपुरी आते नहीं हैं। इसके चलते विभाग के ज्यादातर काम लटक जाते हैं। लोगों को फिटनेस, ड्राइविंग लाइसेंस, टेस्टिंग आदि कार्यों के लिए भटकना पड़ता है। विभाग में पंजीकृत 50 से अधिक बसें ऐसी हैं जिनकी फिटनेस संचालकों ने नहीं कराई है।
इन बिंदुओं पर नहीं है कोई ध्यान
– स्कूली बसों में महिला, पुरुष सहायक नहीं
– मेडिकल किटों का बसों में इंतजाम नहीं
– फायर यंत्र भी ज्यादातर बसों में नहीं
– बसों में विभिन्न सरकारी नंबर दर्ज नहीं
– ओवरस्पीड के नियम का पालन नहीं होता
क्या बोले एआरटीओ मैनपुरी
पंजीकृत बसों में से 50 से अधिक बसें बिना फिटनेस के चल रही हैं। संचालकों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। बिना फिटनेस के कोई बस नहीं चल पाएगी।- लक्ष्मण कुमार, एआरटीओ मैनपुरी