इटावा। जनपद में स्थित जिला कारागार में निरुद्ध निरक्षर बंदियों को साक्षर करने का अभियान अब सफल होता हुआ दिखाई दे रहा है। जेल अधीक्षक के मुताबिक जेल में बंद छह सौ बंदियों को अभी तक साक्षर किया जा चुका है।
जेल अधीक्षक डॉ. रामधनी सिंह ने बताया कि जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों को साक्षर करने का अभियान चल रहा है। इसी क्रम में शिक्षाध्यापक प्रदीप कुमार, शिक्षाध्यापक करुणाकर एवम बंदीशिक्षक कपिल मिश्र द्वारा बंदियों को निरक्षर से साक्षर किया जा रहा है। कारागार में लगभग छ: सौ बंदियों को साक्षर किया जा चुका है। उक्त साक्षर बंदियों के द्वारा किताबे पढ़ना और लिखना सीख लिया गया है। उन्होंने बताया कि कारागार में अभी सौ निरक्षर निरुद्ध बंदियों को साक्षर किए जाने हेतु उक्त शिक्षको द्वारा साक्षरता पाठ्यक्रम करवाया जा रहा है। निरक्षर बंदी कारागार में पढ़ लिखकर ज्ञान प्राप्त कर रहे है और अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे है, विविधता पूर्ण मानव जीवन में शिक्षा का उपयोग करके अपना सर्वागर्णीय विकास कर सकेंगे और अपनी अहमियत को समझते हुए सही और गलत निर्णय लेने की स्थिति में होंगे जीवन यापन हेतु रोजगार कर सकेंगे और अपने अधिकार के विषय में समझेंगे और समाज में अच्छे नागरिक की भूमिका अदा करेंगे। उन्होंने बताया कि बंदी जेल में भगवतगीता व रामायण आदि ग्रंथों को पढ़ रहे है। इसके साथ ही कारागार की महिला बैरक में शिक्षाध्यापिका शैलजा तिवारी के द्वारा महिला बंदियों और उनके बच्चो को पढ़ने लिखने के लिए शिक्षित किया जा रहा है।