मैनपुरी/घिरोर। नगर में घूम रहे बेसहारा गोवंश आएदिन हादसों का शिकार हो रहे है। हादसे का शिकार हुए गोवंश तड़प तड़प कर खुद ही प्राण त्याग रहे है। नगर में लगातार हो रहे गोवंश की मौत का आखिर कौन जिम्मेदार है। नगर पंचायत के जिम्मेदार अधिकारी अपनी आंखे बंद किए हुए बैठे है। उन्हे तो नगर पंचायत में सभासदो से विवाद करने से फुरसत ही नही है। जिम्मेदारी अधिकारी की लापरवाही बेचारे बेजुबान गोवंशो पर भारी पड़ रही है।
ज्ञात हो कि बेसहारा घूमने वाले गोवंशो के मामले में प्रदेश की योगी सरकार बहुत सख्त है। सरकार की सख्ती के बाद भी घिरोर नगर की सड़को पर बेसहारा गोवंश घूम रहे है। इन्हें पकड़कर गौशाला नही भेजा जा रहा है। नगर के मैनरोड, बाजार सहित अन्य मार्गो पर घूमने वाले बेसहारा गोवंश आएदिन हादसो का शिकार हो जाते है। लेकिन इन्हें कोई देखने वाला नही होता है। गुरुवार की सुबह जसराना रोड पर दो हादसे का शिकार हुए दो गोवंश की मौत हो गई। हादसे का शिकार हुए गोवंश के बारे में जब सूचना नगर में भेजी जाती है, तो जिम्मेदार अधिकारी सुनते आगबबूला हो जाते है। इस मामले में लोगो का कहना है अगर कोई आवाज उठाता है तो उसपर फर्जी मुकदमा लगा दिया जाता है। नगर पंचायत के अधिकारी की लापरवाही की बजह से गोवंश हादसे का शिकार हो रहे है।
गौशाला में हुई थी दर्जनो गोवंश की मौत
घिरोर के नगला गुढ़ी रोड स्थित गौशाला में नगर पंचायत के अधिकारी की लापरवाही के चलते भूख से तड़प तड़प कर दर्जनो गोवंश की मौत हो गई थी। गोवंश की मौत के बाद भी अधिकारी के रवैया में सुधार नही हुआ। गोवंशो की मौत अगर कोई आवाज उठाता है तो उसकी आवाज बंद करने के लिए नगर पंचायत के अधिकारी द्वारा फर्जी मुकदमा लगवा दिया जाता है।
क्या बोले एसडीएम करहल
मामला संज्ञान में नही है। अगर गोवंश बेसहारा घूम रहे है। तो उन्हे पकड़वाकर गौशाला भेजने के निर्देश जारी किए जायेगे। हादसे का शिकार हुए गोवंश का इलाज कराने के लिए भी कहा जाएगा। जहां तक जानकारी है गौशाला में जो गोवंश है उन्हें हरा चारा मिल रहा है। अगर गोवंशो की देखरेख में कोई कमी है तो जांच कराकर कार्रवाई करेगे।- आरएन वर्मा एसडीएम करहल, प्रभार घिरोर तहसील।