किशनी/मैनपुरी। नगर पंचायत की गौशाला में भूसे का संकट पैदा हो गया है। इस बात का भी खुलासा तब हुआ जब गौ सेवक गौवंश को केले खिलाने गए। इस मामले की जानकारी गौ सेवकों ने एसडीएम व नगर पंचायत ईओ को देकर गौशाला पर ही प्रदर्शन किया। गौ सेवकों ने डीएम से गौवंश के लिए भूसा उपलब्ध करवाने की मांग की है।
मंगलवार को नगर के गौसेवक कृष्ण गोपाल गुप्ता, कमल कांत शर्मा, सर्वेश कुमार, सोनू गुप्ता, जितेंद्र सिंह, विपिन गुप्ता, लक्ष्मी, अभिषेक, अंकुश गुप्ता कान्हा पशु आश्रय केंद्र पहुंचे। यह गौ सेवक प्रत्येक मंगलवार को गौवंश की सेवा कर खिलाते पिलाते है। गायों को भूखा देखकर गौसेवक भड़क गए। गौशाला में बनाये गए भूसे के गोदाम को देखा जहां भूसा था ही नही। इसके बाद गौसेवकों ने एसडीएम जयप्रकाश, ईओ अभयरंजन को जानकारी दे दी। गौवंश को भूखा देखकर गौसेवक भड़क गए और गौशाला में ही प्रदर्शन किया। डीएम से गौशाला में भूषा उपलब्ध करवाने की मांग की।
गौसेवक कृष्ण गोपाल गुप्ता का कहना था कि पिछले मंगलवार को जब वह गौशाला में आये थे तब भी सिर्फ ढाई कुंतल भूसा था और देखने से ऐसा लग रहा था कि गायों को सिर्फ एक बार ही सानी लगाई जाती है। वहीं कमलकान्त शर्मा ने बताया कि गौवंश के लिए बनी नाद देखने से लगता है कि गौवंश तीन दिनों से भूखे है। उसके बाद गौसेवकों ने साथ मे लाये दस क्रेट केलों को गौवंश को खिलाया। गौशाला पर नियुक्त सुपरवाइजर वरुण कुमार मिश्रा का कहना है कि गौशाला में 48 नंदी व 81 गाएं है। भूषा की उपलब्धता लगातार चल रही थी और गौवंश भी भूखे नही रहते। केवल आज ही भूसा लेट होने के कारण सानी नही हो सकी है। भूसे के आते ही सानी लगवा दी जाएगी।
