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आगरा- कोरोना संक्रमित मरीज की मौत से हड़कंप, एसएन मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान तोड़ा दम

by morning on | 2025-05-27 16:16:42

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आगरा- कोरोना संक्रमित मरीज की मौत से हड़कंप, एसएन मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान तोड़ा दम

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प्राइवेट लैब की रिपोर्ट में आया था पॉजिटिव

आगरा। ताजनगरी में एक बार फिर कोरोना वायरस की आशंका ने चिंता बढ़ा दी है। सोमवार रात एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भर्ती कराए गए एक 78 वर्षीय मरीज की मंगलवार सुबह मौत हो गई। मृतक की पहचान फिरोजाबाद निवासी मुसाफिर राम के रूप में हुई है, जिनकी कोरोना जांच रिपोर्ट प्राइवेट लैब में पॉजिटिव आई थी। हालांकि एसएन प्रशासन ने मरीज को कोविड संदिग्ध मानते हुए इलाज किया और स्पष्ट किया है कि उनके यहां जांच नहीं हो सकी थी। जानकारी के मुताबिक, मुसाफिर राम 24 मई को कूल्हे के ऑपरेशन के लिए आगरा के सिकंदरा स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हुए थे। उन्हें बीते 15 दिनों से लगातार बुखार और सांस लेने में दिक्कत की शिकायत थी। अस्पताल ने एहतियातन प्राइवेट लैब से कोविड जांच कराई, जिसमें 26 मई को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। स्थिति बिगड़ने पर सोमवार रात उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां उन्हें इमरजेंसी में भर्ती किया गया।

एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि मरीज को सिर में गंभीर चोट (हेड इंजरी), रीढ़ की हड्डी में चोट (स्पाइनल इंजरी), पुरानी फेफड़ों की बीमारी और अन्य कई जटिल समस्याएं थीं। उन्होंने बताया कि मरीज की हालत अत्यंत गंभीर थी और कोविड की पुष्टि के लिए मंगलवार सुबह जांच की जानी थी, लेकिन इससे पहले ही सुबह उसकी मौत हो गई। उन्होंने यह भी कहा कि कॉलेज प्रशासन केवल मेडिकल कॉलेज द्वारा की गई कोविड जांच को मान्यता देता है, न कि किसी प्राइवेट लैब की रिपोर्ट को। उधर, सीएमओ प्रभारी डॉ. अमित रावत ने भी मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि सूचना मिलते ही जांच कराई गई। मरीज को सिर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें थीं। प्राइवेट लैब में कोविड पॉजिटिव आने की जानकारी मिली है, लेकिन एसएन में मरीज की जांच नहीं हो पाई।

इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। प्रशासन अब उस प्राइवेट अस्पताल से संपर्क कर रहा है जहां मरीज भर्ती था, ताकि वहां संपर्क में आए लोगों की भी स्क्रीनिंग की जा सके। पिछले कुछ समय से कोरोना के मामलों में भले ही कमी रही हो, लेकिन इस घटना ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है। सीएमओ कार्यालय की टीम अब मरीज के संपर्क में आए सभी स्वास्थ्यकर्मियों और परिजनों की ट्रैकिंग और परीक्षण की तैयारी में जुटी है। वहीं, शहर के अस्पतालों को एक बार फिर सतर्कता बढ़ाने और सर्दी-जुकाम-बुखार के मरीजों की विशेष निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि कोरोना भले ही पहले जैसी तीव्रता से न फैले, लेकिन लापरवाही अभी भी खतरे को न्योता दे सकती है।

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