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Mainpuri घिरोर तहसील में हो गया बड़ा खेला

by morning on | 2025-06-29 16:39:53

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Mainpuri घिरोर तहसील में हो गया बड़ा खेला

फोटो परिचय-सांकेतिक तस्वीर।



तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर से भूमि संक्रमणीय घोषित


- फर्जी हस्ताक्षर होने के बाद एसडीएम कोर्ट से भूमि हो गई संक्रमणीय

Morning City

मैनपुरी/औंछा घिरोर तहसील में नियमों को ताक पर रखकर पट्टे की भूमि का न्यायालय में मामला विचाराधीन होने के बाबजूद असंक्रमणीय से संक्रमणीय घोषित करने के लिए लेखपाल से लेकर तहसीलदार की आख्या लगने के उपरांत एसडीएम कोर्ट में आदेश जारी हो जाने के बाद जांच होने पर मामले में नया मोड आ गया हैं, तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर होने के बाद एसडीएम कोर्ट में फाइल दाखिल होने के वाद भूमि संक्रमणीय दर्ज हो गई। शिकायत मिलने के बाद एसडीएम ने जवाब तलब करने के वाद तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर का मामला सामने आया जिसके चलते टीम गठित जांच शुरू कर दी है।


घिरोर तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत अकबर औंछा के खाता सख्या 2427 गाटा सख्या 783 मि में इकराम पुत्र शहजादे गढ़ी व इस्लाम अली पुत्र शहजादे गढ़ी थाना औंछा आदि के नाम पट्टा, जिसका अपर आयुक्त आगरा मंडल आगरा न्यायालय में मामला विचाराधीन है। फिर भी असंक्रमणीय से संक्रमणीय घोषित करने के लिए क्षेत्रीय लेखपाल ने 4 मार्च को आख्या लगाते हुए अवगत कराया कि प्रार्थी के शपथ पत्र के अनुसार किसी न्यायालय में वाद विचाराधीन नहीं है। और आख्या लगाकर भेजने के उपरांत राजस्व निरीक्षक 9 अप्रैल में आख्या रिपोर्ट लगाकर तहसीलदार घिरोर को भेज दी। जिसके चलते तहसीलदार कमलेश कुमार ने 07 मार्च को स्वीकार कर आख्या प्रेषित कर दी।

एसडीएम ने जांच टीम गठित कर मांगा स्पष्टीकरण
आख्या लगने के आधार पर खाता सख्या 2427 के गाटा सख्या 783 मि का एसडीएम न्यायालय में 26 अप्रैल को आदेश पारित होने के वाद परवाना अमल दरामद के होने के वाद मामला के विरुद्ध 30 मई को ग्रामीण चांद खां निवासी अकबरपुर औंछा की शिकायत के बाद मामला में तहसीलदार कमलेश कुमार से एसडीएम प्रसून कश्यप ने स्पष्टीकरण मांगने पर पता चला कि तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर करने के उपरांत फाइल कोर्ट में दाखिल हुई है। जिसके चलते एसडीएम ने टीम गठित कर जांच जारी कर संबन्धित लेखपाल, प्रभारी राजस्व निरीक्षक, प्रभारी रजिस्ट्रार कानूनगो के स्पष्टीकरण मांगा है।

संक्रमणीय मामले में लगाई गई आख्या में भी खेला
ग्राम पंचायत अकबर पुर औंछा तैनात लेखपाल ने 4 मार्च को आख्या लगा दी, उसके उपरांत प्रभारी राजस्व निरीक्षक और प्रभारी रजिस्ट्रार कानूनगो ने 9 अप्रैल को आख्या लगाई लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है। कि तहसीलदार ने 7 मार्च को आख्या लगाकर दे दी। जब कि नियमानुसार तो तहसीलदार की रिपोर्ट प्रभारी राजस्व निरीक्षक और प्रभारी रजिस्ट्रार कानूनगो के बाद ही लगती हैं, लेकिन इस मामले में तहसीलदार की रिपोर्ट पहले कैसे लगी है।


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