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Agra कांग्रेस कार्यालय में महिला से पिस्टल की नोक पर रेप, धर्म परिवर्तन का दबाव

by morning on | 2025-07-06 16:55:01

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Agra कांग्रेस कार्यालय में महिला से पिस्टल की नोक पर रेप, धर्म परिवर्तन का दबाव


आगरा में वकील पर गंभीर आरोप, अभी तक फरार

Morning City

आगरा शाहगंज थाना क्षेत्र में एक महिला ने वकील पर पिस्टल की नोक पर रेप करने, जबरन धर्म परिवर्तन कराने और जानलेवा हमला करने जैसे सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि आरोपी ने खुद को वकील बताते हुए पहले उसकी कानूनी मदद का भरोसा दिलाया, फिर उसे प्रेमजाल में फंसाकर कांग्रेस कार्यालय में दुष्कर्म किया। घटना करीब छह साल पुरानी है, लेकिन बदनामी के डर से महिला ने अब तक चुप्पी साधे रखी थी। हाल ही में जब आरोपी ने उस पर चाकू से हमला किया, तब जाकर महिला ने शाहजंंज थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया है, लेकिन अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

पीड़िता ने बताया कि वर्ष 2019 में भाइयों से संपत्ति विवाद को लेकर वह दीवानी कचहरी गई थी। वहीं उसकी मुलाकात जलालुद्दीन नाम के व्यक्ति से हुई, जिसने खुद को वकील बताया। जलालुद्दीन ने महिला को उसकी समस्या सुलझाने का भरोसा दिया और लगातार संपर्क में रहने लगा। महिला का आरोप है कि जलालुद्दीन ने उसे एक दिन दवा दिलाने के बहाने एमजी रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय में बुलाया, जहां पिस्टल दिखाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। उसने धमकी दी कि अगर इस बारे में किसी को बताया तो समाज में बदनाम कर देगा और जीने नहीं देगा। डर के कारण पीड़िता ने घटना अपने दिव्यांग पति और परिवार से भी छुपा ली।

इसके बाद आरोपी आए दिन महिला के घर पहुंचने लगा। धर्म परिवर्तन का दबाव डालने लगा, निकाह की जिद करता और उसके घर में नमाज पढ़ने लगा। रोजे रखने को मजबूर करता। महिला का कहना है कि उसकी मां की मौत के बाद जलालुद्दीन ने घर पर कब्जा जमा लिया। विरोध करने पर आरोपी ने 1 जनवरी की दोपहर उस पर चाकू से हमला कर दिया, जिससे वह बाल-बाल बची। महिला ने बताया कि इस हमले की रिकॉर्डिंग भी उसके पास मौजूद है।

पीड़िता का कहना है कि आरोपी लगातार उसे फोन कर धमकाता था और बदनाम करने की बात करता था। डर इतना था कि वह कई दिन तक घर में बाहर से ताला लगाकर खुद को अंदर बंद रखती थी। बेटी की परीक्षा के दौरान वह 15 दिन तक होटल में रहकर उसे एग्जाम दिलाने जाती रही। अंततः 2 जुलाई को महिला ने शाहगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन थाने से उसे लौटा दिया गया। इसके बाद उसने एसपी से मिलकर प्रार्थनापत्र दिया, जिसके बाद थाना शाहगंज में एफआईआर दर्ज हुई।

पुलिस के अनुसार, मामले की गंभीरता को देखते हुए पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है और जांच जारी है। हालांकि आरोपी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। पीड़िता की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।

इस मामले पर कांग्रेस शहर अध्यक्ष अमित सिंह ने सफाई दी है कि जलालुद्दीन महिला के साथ पिछले 4 साल से रह रहा था और शादी भी की है। महिला के आरोपों की जांच कराई जाएगी और यदि आरोप सिद्ध होते हैं तो पार्टी स्तर पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जहां घटना बताई जा रही है, वह कांग्रेस का पूर्व कार्यालय था, अब पार्टी कार्यालय राजामंडी में है।

यह प्रकरण न केवल महिला सुरक्षा, बल्कि राजनीतिक प्रतिष्ठानों और न्याय व्यवस्था की संवेदनशीलता को भी कठघरे में खड़ा करता है। जब कोई महिला वर्षों तक भय, चुप्पी और सामाजिक बदनामी के साये में जीती है, तो यह समाज के लिए एक गहरी चेतावनी है।

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