सब्सक्राइब करें
शहर और राज्य आपदा प्रबंधन

Agra News:चेतावनी के निशान को पार कर गयी चंबल चार गांवों का तहशील मुख्यालय से टूटा सम्पर्क

by morning on | 2025-07-29 15:51:10

Share: Facebook | Twitter | Whatsapp | Linkedin Visits: 162


Agra News:चेतावनी के निशान को पार कर गयी चंबल चार गांवों का तहशील मुख्यालय से टूटा सम्पर्क

चार गांवों का तहशील मुख्यालय से टूटा सम्पर्क 

चेतावनी के निशान को पार कर गयी चंबल 

तटवर्ती गांव में भारी दहशत का माहौल 

Morning City

पिनाहटकोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद उफान पर आई चंबल नदी का जलस्तर तेजगति के साथ बढ़ रहा है। जिससे चार गांवों के सम्पर्क मार्ग में पानी भरने से तहशील मुख्यालय से सम्पर्क टूट गया है। इसके अलावा तटवर्ती गांवों में भी भारी तनाव का माहौल है।‌लोगो को अपने घर परिवार सामान और मवेशियों की चिंता सता रही है। दूसरी ओर उटंगन भी अपना रौद्र रूप दिखा रही है। फसलों में पानी भरने से किसान तो परेशान हैं। ही साथ ही गांवों की ओर बढ़ रहा पानी प्रशासन की भी चिंता बढ़ा रहा है।

कोंटा बैराज से रविवार शाम को बड़ी संख्या में पानी छोड़े जाने के बाद करीब 36 घंटे के बाद ये पानी पिनाहट होता हुआ बाह तहशील में मंगलवार रात प्रवेश कर गया। जिससे चंबल नदी चेतावनी के निशान 127 मीटर को मंगलवार शाम पांच बजे पार कर गयी। नदी का बहाव अभी भी तेजगति से है। जिससे अंदेशा यही लगाया जा रहा है। कि जलस्तर अभी और बढ़ सकता है। वहीं बाह के चार गांव गुढ़ा, गौहरा,झरनापुरा और रानीपुरा के सम्पर्क मार्गों में चंबल की बाढ़ का पानी भरने से इन गांवों का तहशील मुख्यालय से सम्पर्क टूट गया है। इसके अलावा चंबल किनारे बसे करीब 38  गांवों में चंबल के उफान को देखते हुए भारी तनाव का माहौल बना हुआ है।

चंबल की बाढ़ से ये गांव होते हैं प्रभावित 
चंबल की बाढ से उमरैठा पुरा, गुढ़ा, गौहरा,भटरपुरा,रानीपुरा डालपुरा, झरना पुरा, रैहा, बरैंडा, डोंगरा, सिमराई, क्योरी ऊपरी पुरा, बीच का पुरा,बासोनी,  भगवान पुरा समेत करीब 38 गांव प्रभावित होते हैं।

आठ बाढ़ चोकियां बनाई गयी 
प्रशासन ने बाढ़ के दौरान तटवर्ती गांवों की निगरानी करने और उनको हर संभव‌ मदद पहुंचाने के लिए आठ चौकियां  बनाई गई है। जो  पिनाहट , बासोनी, मनसुखपुरा, उमरैठा, खेडा राठौर, सिमराई , नंदगंवा , भगवान पुरा में बनाई गयी है। जिन पर लेखपाल और कानूनगो को तैनात किया गया है।‌जो‌ पल पल की रिपोर्ट तहशील मुख्यालय को भेज रहे हैं।

खतरे के निशान से तीन मीटर दूर चंबल 
चंबल नदी का जलस्तर इस समय 127 पर है।‌जो  चेतावनी का निशान है।‌खतरे का निशान 130 पर है। खतरे के‌ निशान को पार करते ही चंबल किनारे के सभी गांवों को चारों ओर डुबाना शुरु कर‌ देती है। 2022 में चंबल का जलस्तर 137.6 पर पहुंचने से ये गांव जल मग्न हो गये थे।

उटंगन भी आई उफान पर
चंबल के साथ  साथ उटंगन नदी भी उफान पर चल रही है। जिससे तटवर्ती गांव टोडा , शाहपुरा , मनोना, सैहा, सीयपुरा, बीधापुरा, अरनोटा, बसई भदौरिया, कांकर खेड़ा समेत एक दर्जन गांवों के ग्रामीण भारी दहशत में हैं। इन गांवों की फसलें भी उटंगन के पानी से जलमग्न हो चुकी है।

वहीं एसडीएम बाह हेमंत कुमार ने बताया कि जिन चारों गांवों के सम्पर्क मार्गों में पानी भरने से तहशील मुख्यालय से सम्पर्क टूटा है। उन‌ गांवों की पूरी आबादी को निकाल सुरक्षित स्थानों पर कैम्प लगाकर रखवाया गया है। सभी टीमें दिन-रात तटवर्ती गांवों में लगी हुई है।

खोज
ताज़ा समाचार
टॉप ट्रेंडिंग
सबसे लोकप्रिय

Leave a Comment