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Agra News::संजय प्लेस चौकी की नाकामी दुष्कर्म के बाद भी नहीं जागी पुलिस

by morning on | 2025-08-20 16:31:22

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Agra News::संजय प्लेस चौकी की नाकामी दुष्कर्म के बाद भी नहीं जागी पुलिस



शराबियों व ट्रैफिक अव्यवस्था ने बना दिया व्यावसायिक केंद्र नर्क

Morning City

आगरा ताजनगरी का सबसे बड़ा व्यावसायिक केंद्र माना जाने वाला संजय प्लेस अब कानून-व्यवस्था और ट्रैफिक अव्यवस्था का सबसे बड़ा उदाहरण बन चुका है। चौकी से कुछ ही दूरी पर दुष्कर्म की वारदात होना और उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होना, पुलिस की नाकामी का ताजा सबूत है। चौकी से महज चंद कदमों पर हुए इस अपराध ने सुरक्षा इंतज़ामों की पोल खोल दी, मगर चौकी पुलिस अब भी आंखें मूंदे बैठी है। पीड़िता का सुराग तक नहीं मिला है, जबकि नामजद आरोपी की तलाश का सिर्फ दावा किया जा रहा है।

चौकी के पीछे नशेड़ियों का राज
घटना का जिक्र चौकी के पीछे गुफा मॉडल शॉप के पास हुआ। यही इलाका देर रात शराबियों और नशेड़ियों का अड्डा बन गया है। पुलिस की कमजोर निगरानी और गश्त की कमी से यहां हालात बेकाबू हैं। मॉडल शॉप के ऊपर और गलियों के भीतर अस्थायी फर्नीचर लगाकर खुलेआम शराब परोसी जाती है। देर रात तक दर्जनों लोग दारू पार्टियों में मस्त रहते हैं। पुलिस बाहर से हूटर बजाकर खानापूर्ति कर लेती है, लेकिन गलियों की हकीकत देखने तक नहीं जाती।

ट्रैफिक का आलम – मानो चौकी है ही नहीं
चौकी की लापरवाही का असर ट्रैफिक व्यवस्था पर भी साफ दिखता है। चौकी के सामने मुख्य सड़क पर हर वक्त जाम जैसी स्थिति बनी रहती है। दर्जनों मोटरसाइकिलें बीच सड़क पर खड़ी रहती हैं, कारें और ऑटो जहां-तहां अतिक्रमण करके खड़े हो जाते हैं। दुकानों के सामने से लेकर रोड के बीचों-बीच तक गाड़ियां खड़ी रहती हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि ये सब चौकी के सामने होता है और पुलिस मानो कहीं और व्यस्त रहती है। स्थानीय दुकानदारों और व्यापारियों का कहना है कि चौकी पुलिस अगर चाह ले तो कुछ ही घंटों में संजय प्लेस को ट्रैफिक और अपराध मुक्त बना सकती है, लेकिन यहां सब कुछ ‘दिखावे’ तक ही सीमित है। पुलिस के दावे और हकीकत में जमीन-आसमान का फर्क है।

कमिश्नर के आदेश भी बेअसर
पुलिस कमिश्नर के लगातार सख्त निर्देशों के बावजूद न तो चौकी पुलिस शराबियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई कर रही है और न ही ट्रैफिक अव्यवस्था को सुधारने की जहमत उठा रही है। बाहर से इलाका सुरक्षित और शांत दिखाने की कोशिश होती है, जबकि अंदर गलियों में शराबियों का राज और सड़कों पर ट्रैफिक का हंगामा चलता रहता है।

व्यापारी वर्ग में आक्रोश
संजय प्लेस को शहर का सबसे सुरक्षित व व्यवस्थित व्यावसायिक केंद्र होना चाहिए, लेकिन यहां दुष्कर्म, नशेबाज़ी और ट्रैफिक अव्यवस्था ने इसे असुरक्षित बना दिया है। बैंक, दफ्तर और सैकड़ों कारोबारी प्रतिष्ठान होने के बावजूद लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। व्यापारी वर्ग में इस हालात को लेकर गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि अगर पुलिस की यही स्थिति रही तो संजय प्लेस अपराधियों और मनचलों का अड्डा बनकर रह जाएगा।

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