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Agra News:रोज़-रोज़ की बेइज्जती से टूटा एसबीआई क्लर्क, भावुक पत्र लिखकर हुआ लापता परिवार ने लगाया अधिकारी पर प्रताड़ना का आरोप

by morning on | 2025-08-21 17:05:28

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Agra News:रोज़-रोज़ की बेइज्जती से टूटा एसबीआई क्लर्क, भावुक पत्र लिखकर हुआ लापता परिवार ने लगाया अधिकारी पर प्रताड़ना का आरोप


रोज़-रोज़ की बेइज्जती से टूटा एसबीआई क्लर्क, भावुक पत्र लिखकर हुआ लापता परिवार ने लगाया अधिकारी पर प्रताड़ना का आरोप

Morning City

आगरा ताजनगरी के एसबीआई छीपीटोला ब्रांच का एक क्लर्क रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गया है। परिवार का आरोप है कि शाखा में तैनात एक अधिकारी ने उसे रोज़ाना अपमानित और प्रताड़ित किया, जिससे तंग आकर वह घर छोड़ गया। जाते-जाते वह एक दर्दभरा पत्र भी छोड़ गया, जिसमें उसने साफ लिखा कि अब वह अपशब्द और गाली-गलौज सहन नहीं कर सकता। इस घटना ने बैंकिंग जगत के साथ-साथ शहर में भी सनसनी फैला दी है।

बीमारी का मज़ाक उड़ाता था अधिकारी
गांव सेमरी, देवरी रोड निवासी सुरेंद्र पाल सिंह स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में क्लर्क हैं। पहले वे मुख्य शाखा में तैनात थे, लेकिन तीन महीने पहले उनका तबादला छीपीटोला ब्रांच की लोन शाखा (आरएसपीसी) में हुआ। उनकी रीढ़ की हड्डी में गंभीर समस्या है, जिसके चलते उन्हें कमर पर बेल्ट लगाकर और दवाइयाँ लेकर ऑफिस जाना पड़ता था। आरोप है कि शाखा का एक अधिकारी उनकी बीमारी को “ड्रामा” कहकर मजाक उड़ाता था। बेल्ट लगाने और दवा खाने को सहानुभूति पाने का बहाना बताता और लगातार अपमानित करता था।

18 अगस्त को छोड़ गए बाइक और चिट्ठी
भाई मनोज पाल सिंह ने बताया कि 18 अगस्त को सुरेंद्र पाल सुबह ऑफिस गए थे, जहां फिर उनके साथ अभद्रता हुई। आहत होकर वे करीब 11:50 बजे बैंक से निकल आए। शाम साढ़े पाँच बजे उन्होंने अपने भांजे सचिन को देवरी रोड बुलाया और बाइक सौंप दी। साथ ही एक लिफाफा थमाया और कहा कि दवा लेने जा रहे हैं। इसके बाद से वे घर नहीं लौटे और उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया। जब लिफाफा खोला गया तो उसमें दो पन्नों का भावुक पत्र मिला। उसमें लिखा था “यह पत्र मैं भारी मन से लिख रहा हूं। अब मैं अपशब्द और गाली-गलौज नहीं सुन सकता। रोज़-रोज़ की बेइज्जती से बहुत परेशान हो चुका हूं।

परिवार की चिंता, पुलिस की तलाश
भाई मनोज, जो गुजरात में बैंक में तैनात हैं, का कहना है कि सुरेंद्र पाल के साथ अनहोनी की आशंका है। परिवार ने उनकी तलाश के लिए थाना ताजगंज, रकाबगंज और सदर थाने के चक्कर लगाए और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी पूरी घटना साझा की है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। सुरेंद्र पाल की तलाश की जा रही है और परिवार के लगाए गए आरोपों की भी पड़ताल होगी।

सवालों के घेरे में बैंक प्रबंधन
यह मामला न केवल सुरेंद्र पाल की गुमशुदगी का है, बल्कि बैंक कर्मियों की कार्यशैली और संवेदनहीनता पर भी सवाल खड़े करता है। परिवार का कहना है कि अगर सुरेंद्र पाल को न्याय और सम्मान नहीं मिला तो ऐसी घटनाएँ अन्य कर्मचारियों के साथ भी हो सकती हैं।

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